MOKAJI ECHO Village TOURSIME
Mokaji Hotels Private Limited कंपनी टूरिज्म जल्दी स्टार्ट विलेज स्टार्टअप करेगी।
बोर्ड मीटिंग में यह निर्णय लिया गया।
बड़े बड़े शहरों में लोग शहरी जीवन से ऊब चुके हैं। लेकिन अब शहर छोड़ कर जा नही सकते वर्षो से सबकुछ शहर में और आधी से ज्यादा शहरी आबादी हैं जिसके पास शहरी जीवन जीने के लिए ही प्रोपेर्टी हैं।
ऐसे में जीवन को ऊबता से बचाने के लिए लोग अब घूमने के साथ साथ कुछ समय ग्रामीण क्षेत्रो में टूरिज्म के मुताबिक बिताना चाहते है।
मोकाजी कंपनी भी इसी तर्ज पर फण्ड और बजट के मुताबिक हर बड़े शहर ले बाहर विलेज अर्थात ग्रामीण लुक व पैटर्न के मुताबिक रहने के लिए कच्चे घरों का निर्माण और देशी खानपान और विलेज लुक पर तव्वजो देगी। साथ ही देशी खानपान के साथ देशी दूध और दही व अन्य सभी तरह के देशी स्वाद को तव्वजो में शामिल करेगी।
हल्दी,घाटी उदयपुर और कुम्भलगढ़ लोकेशन पर कंपनी स्वयं की छोटी या बड़ी लैंड लेकर या लीज पर लेकर अपना इको विलेज टूरिज्म की योजना को मूर्त रूप देगी।
साथ ही इको विलेज टूर में कमाई से पहले टूरिस्ट की पूर्णतया संतुष्टि मुख्य होगी।
मोकाजी कंपनी अपने प्रोजेक्ट्स में हल्दी घाटी के सेमल,कुम्भलगढ़ के केलवाड़ा और नाथद्वारा के पास व जगह देखी जा रही हैं।
मैं मोती सिंह राठौड़ जोकि समय के साथ बदलते टूरिज्म को बेहतर सेवाएं दे सके इसके लिए सदैव बेहतर योजनाओ को अमल में लानी होगी।
मैं मोती सिंह राठौड़ व मेरी पत्नी कंचन कंवर जोकि मोकाजी होटल्स प्राइवेट लिमिटेड में दोनों डायरेक्टर हैं व हमने राजस्थान से बाहर रहकर पाया कि राजस्थान में आने वाले टूरिस्ट को बेहतर टूरिज्म देने के लिए हम बेहतर योजना पर कार्य करेंगे।
हमारी थीम हैं “देशी टूरिज्म देशी घुमनो पधारो म्हारे देश”
विलेज इको टूरिज्म डेवलपमेंट
विलेज इको टूरिज्म के लिए ऐसे गांव जोकि बड़े शहरों,नेशनल हाईवे,स्टेट हाईवे,टूरिज्म लोकेशन्स,हिल व ड्रेसर्ट लोकेशन व धार्मिक और विशेष लोकेशन पर अपना स्वयं का निर्माण न करके उसी गॉंव के इसे व्यक्ति से मिलकर जिसके पास फार्म लैंड या अन्य प्रॉपर्टी जोकि खाली पड़ी हैं जिसमे कम से कम 5 रूम्स और पानी व टॉयलेट्स के साथ साथ खुली जगह और देशी ग्रामीण लुक हो। जिसमें आने वाले गेस्ट का 25% से 45% तक कुल बिज़नेस का कंपनी लेगी। जिसमे कोई मासिक किराया कंपनी का नही होगा। साथ ही जिसकी प्रॉपर्टी से कंपनी करार करेगी उसका परिवार भी स्टाफ के रूप में कार्य कर सकेगा।
इससे ग्रामीण क्षेत्रो में खाली पड़ी प्रॉपर्टी या बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार मिल जाएगा।
साथ ही अन्य गतिविधियों में नाच,गाने वालो के अलावा यदि किसी के पास विशेष हुनर हैं तो वो अपनी सेवा इसी प्रॉपर्टी में आने वाले देशी विदेशी गेस्ट के लिए मनोरंजन के लिए दे सकते है। जोकि प्रॉपर्टी में एक्स्ट्रा एक्टिविटी में शामिल होगा।
साथ ही फ़िल्म शूटिंग भी ऐसे गांवो की विलेज इको टूरिज्म प्रॉपर्टी को तव्वजो देगी। जिससे ग्रामीण क्षेत्रो में रोजगार बढ़ेंगे।
दूध और सब्जियों साथ धान और अन्य सामग्री के कारण ग्रामीण क्षेत्रो में होगा आमदनी में विकास।
ग्रामीण क्षेत्रो की विलेज इको टूरिज्म प्रॉपर्टी में लगने वाले सभी दस्तावेज कंपनी बनवाकर देगी। जिसकी लागत फीस प्रोपेर्टी ओनर को देनी होगी।
साथ ही प्रॉपर्टी से जुड़ी किसी भी रेनोवेशन का खर्चा प्रॉपर्टी ओनर ही उठाएगा।
3 साल बाद यदि प्रॉपर्टी लंबे समय के लिए अट्टाच रहती हैं तो मोकाजी होटल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी लोन देगी जोकि पेपर व क्रेडिट वैल्यू के मुताबिक होगी।
अतः भारत के सम्पूर्ण हाईवे साइड के गांव व टूरिज़म स्पॉट के आसपास के गांवो से हमारी टीमे संपर्क कर रही हैं।
Download Echo Village Tourism : Echo Village Tourism Project.pdf
धन्यवाद
मोती सिंह राठौड़
मैनेजिंग डायरेक्टर
मोकाजी होटल्स प्राइवेट लिमिटेड
जोधपुर(राज)